नजर दिल जिगर में
तू ही समाया है
तू है तो जहां हसीन
तेरे बाद ये जहां धुंधला सा है...
हर इक मंजर
धुंधला सा हो गया है
तेरे पीछे ये जहां
कुछ नजर ना आए...
कानों को मेरे तेरी आदत सी हो गई
कुछ और सुनना ना चाहूं
दिल जोरो से तेरा नाम पुकारे...
जब अल्फ़ाज़ तेरे कानों में मेरे पड़े..
तू ही समाया है
तू है तो जहां हसीन
तेरे बाद ये जहां धुंधला सा है...
हर इक मंजर
धुंधला सा हो गया है
तेरे पीछे ये जहां
कुछ नजर ना आए...
कानों को मेरे तेरी आदत सी हो गई
कुछ और सुनना ना चाहूं
दिल जोरो से तेरा नाम पुकारे...
जब अल्फ़ाज़ तेरे कानों में मेरे पड़े..
Love is Blind...All background blur at front of You 😊♥️
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