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Thursday, March 24, 2022

Gulam

गुलाम  

 इंसान भी एक अजीब माती का पुतला है

जमाने के लिए आज़ाद परिंदा है...

भीतर से वक्त , हालात और जज़्बात का गुलाम है..


कभी वक्त ने हराया , 

कभी हालातो ने है रुलाया, 

जज्बातों से बंदी बेड़ियों ने ...

हर बार इंसान को गुलाम है बनाया .....


वक्त रहते हुए हालात ना समझे

हालात समझते समझते वक्त निकाल गए..

जज्बातों के बेडी में ऐसे जकड़ा इंसान 

मुझसे अपने रूठे, पराए रूठकर दूर निकाल गए...


हालात


Thursday, August 27, 2020

Glazier

 


Shishagar


मैंने कहा शीशागार से

लगता मोहब्बत सच्ची थी आपकी,

बड़ी हिफाजत से शीशा जोड़ते हो....


मोहब्बत अधूरी रह गई

या सितमगर जुल्म कर है...

क्या उन्होंने अपना समय गुजारा

या आपको बाजार में तन्हा छोड़ गई...


आप शीशगार हो लेकिन 

हो सच्चे आशिक़...,

उम्र गुजर रही है आपकी ..,और

दिल के टुकड़े ढूंढ रहे हो शीशे में....



जो शिशागर कांच को इतनी हिफाजत से 

बनता है...

उसने मोहब्बत कितनी मासूमियत से

निभाई होगी..😌



हो सकता है ढूंढ रहा हो 
टुकड़े दिल के...
किसी शीशे के टुकड़ों में..

Happy Rakshabandhan Tai

 जगाचं ठाऊक नाही पण  मला मोठा आधार आहे. पाठिंबा नको कुणा दुसऱ्याच... पाठीशी मोठ्या बहिणींचा हाथ आहे.. ताई म्हणुनी कुटुंबात जन्माला अस्सल ते ...