मेरी रात नहीं होती..
ओ सोया है मगर
हमे नींद नहीं आती
उसके पलके झपके बगैर
मेरी रात नहीं होती....
ठंडी हवाओं से कैसे उलझू
मुझे तेरी याद है दिलाती..
ये हवाओं है सिर्फ तेरा एहसास है दिलाती...
मगर तुझसे मेरी बात नहीं होती...
बरसती है ये ठंडी ओस सर्ड रातो में
तेरे होने का एहसास है दिलाती...
सभी मौसम देखा हूं मैंने जिंदगी में
सिर्फ तू ही है जो मेरे साथ नहीं होती...
ओ सोया है मगर
हमे नींद नहीं आती
उसके पलके झपके बगैर
मेरी रात नहीं होती....
ठंडी हवाओं से कैसे उलझू
मुझे तेरी याद है दिलाती..
ये हवाओं है सिर्फ तेरा एहसास है दिलाती...
मगर तुझसे मेरी बात नहीं होती...
बरसती है ये ठंडी ओस सर्ड रातो में
तेरे होने का एहसास है दिलाती...
सभी मौसम देखा हूं मैंने जिंदगी में
सिर्फ तू ही है जो मेरे साथ नहीं होती...
♥️😊♥️
Awesome
ReplyDeleteनिर्मल भावों से सजी सुन्दर प्रस्तुति.
ReplyDeleteसादर