Thursday, August 27, 2020

Glazier

 


Shishagar


मैंने कहा शीशागार से

लगता मोहब्बत सच्ची थी आपकी,

बड़ी हिफाजत से शीशा जोड़ते हो....


मोहब्बत अधूरी रह गई

या सितमगर जुल्म कर है...

क्या उन्होंने अपना समय गुजारा

या आपको बाजार में तन्हा छोड़ गई...


आप शीशगार हो लेकिन 

हो सच्चे आशिक़...,

उम्र गुजर रही है आपकी ..,और

दिल के टुकड़े ढूंढ रहे हो शीशे में....



जो शिशागर कांच को इतनी हिफाजत से 

बनता है...

उसने मोहब्बत कितनी मासूमियत से

निभाई होगी..😌



हो सकता है ढूंढ रहा हो 
टुकड़े दिल के...
किसी शीशे के टुकड़ों में..

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