Sunday, June 23, 2019

लफ्ज़


मेरी बाते

ये जो मेरी बाते है
तेरे लिए होती है
तुझपे लिखी हुई कविता
तुझसे भी प्यारी होती है


चाहे मुस्कान हो तेरी 
या हो बिखरे तेरे बाल
ना मिला कोई तुझ सा
जिंदगी हो गई नाराज


मै खुद का रहा नहीं
लफ्ज़ भी तेरे  हो गए
तू ना रही जिंदगी में मेरे
मेरे अल्फ़ाज़ कुर्बान तुझपे हो गए


ना एमजी तेरा है
ना एनजी मेरा है
शब्दों का खेल है मेरी सोनी
मेरी सुबह भी तू ही शाम है
( एमजी = Morning Good MG,
   एनजी = Night GOOD NG )


दुआ हरपल तेरे सलामती की करुगा
तू ना रही साथ,याद हरपल करूगा
दिल ए तम्मना है तुझसे
खुश रहे तू हर दम
होकर जुदा मुझसे...



Love is not depend on your Distance, its depend only on your Feeling 😊♥️




1 comment:

Happy Rakshabandhan Tai

 जगाचं ठाऊक नाही पण  मला मोठा आधार आहे. पाठिंबा नको कुणा दुसऱ्याच... पाठीशी मोठ्या बहिणींचा हाथ आहे.. ताई म्हणुनी कुटुंबात जन्माला अस्सल ते ...