Saturday, July 20, 2019

मै हूं

मैं हूं क्योंकि वफा मिली नहीं
मोहब्बत के शहर में
ढूंढ रहा हूं आशिकी
इश्क़ के बाजार में...

दिल की दुकान में ताला लगा है
खरीददार अभी मिला न है
मुफ्त में बेचता फिर रहा हूं प्यार
खरीददार अभी न कोई रुका है

ना लिया किसी ने प्यार मुफ्त में
बदनाम हो गया इश्क़ के बाजार में
राशन की दुकान नहीं जहां चीजे मिलती है
ये दिल इश्क का बाजार है दोस्तो,
यहा नफ़रत के बदले मोहब्बत मिलती है...



Love Is Great


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Happy Rakshabandhan Tai

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