घर से भागी हुई लडकिया
कमजोर नहीं खुद्दार होती है
मोहब्बत तो बस छलावा है
वे अपने सपनों को दगा दे नहीं सकती...
मोहब्बत तो बस छलावा है
वे अपने सपनों को दगा दे नहीं सकती...
Leave your home for your dream not for boyfriend
सपनों के आसमां में
परिंदों सा उड़ना चाहते हैं
राह के मुसीबतों
हवाओं से चीर के पार करती है...
परिंदों सा उड़ना चाहते हैं
राह के मुसीबतों
हवाओं से चीर के पार करती है...
जिंदगी का साथ हो
अपनो का हाथ हो तो
आसमां झुका देती है
कदमों में जहां गिरा देती...
घर से भागी हुई लडकिया
कमजोर नहीं खुद्दार होती है...
अपनो का हाथ हो तो
आसमां झुका देती है
कदमों में जहां गिरा देती...
घर से भागी हुई लडकिया
कमजोर नहीं खुद्दार होती है...
छलावा
No comments:
Post a Comment