आज़ादी मिल गई अंग्रेजो से
क्या देश सच में आज़ाद हुआ है
बंधे है पुराने रिवाजों से लोग
स्त्री आज भी गुलाम है मर्दों के
कभी भ्रूण हत्या से जखड़ती
या कभी बलात्कार का शिकार होती है..
क्या स्त्री सच में आज़ाद हुई है...
गगन छूने का जज्बा रखते है स्त्री
फिर भी समाज उन्हें ठुकराता है...
मर्दों ने क्या गुल खिलाया
जो समाज उन्हें गले लगाता है....
सांस लेने का अधिकार नहीं उन्हें
फिर भी देश आज़ाद कहलाता है
स्त्री गुलाम है समाज के रिवाजों में
नजर झुकाए चलती है..
रहन सहन बदल जाए जीवन का
समाज उन्हें धुतकार्ती है....
क्या स्त्री सच में आज़ाद हुई है..
क्या देश सच में आज़ाद हुआ है
बंधे है पुराने रिवाजों से लोग
स्त्री आज भी गुलाम है मर्दों के
कभी भ्रूण हत्या से जखड़ती
या कभी बलात्कार का शिकार होती है..
क्या स्त्री सच में आज़ाद हुई है...
गगन छूने का जज्बा रखते है स्त्री
फिर भी समाज उन्हें ठुकराता है...
मर्दों ने क्या गुल खिलाया
जो समाज उन्हें गले लगाता है....
सांस लेने का अधिकार नहीं उन्हें
फिर भी देश आज़ाद कहलाता है
स्त्री गुलाम है समाज के रिवाजों में
नजर झुकाए चलती है..
रहन सहन बदल जाए जीवन का
समाज उन्हें धुतकार्ती है....
क्या स्त्री सच में आज़ाद हुई है..
Women's Protection is our First Priority🙏
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