प्यार से शुरू करे
उस अजनबी हमसफ़र की दास्ता
अनजान थे जिस अजनबी से
ओ सुबह की सोच, रात का ख्याल है
ये सफ़र अनजान था
तुमसे मिलने के पहले
तुमने सफ़र को पहचान दी
मुझे साथी चुन के....
साथ तुम्हारे सफ़र नजदीक हो गया
समय कटा इस तरह
जैसे सुबह का भुला
शाम को घर लौट आया...
उस अजनबी हमसफ़र की दास्ता
अनजान थे जिस अजनबी से
ओ सुबह की सोच, रात का ख्याल है
ये सफ़र अनजान था
तुमसे मिलने के पहले
तुमने सफ़र को पहचान दी
मुझे साथी चुन के....
साथ तुम्हारे सफ़र नजदीक हो गया
समय कटा इस तरह
जैसे सुबह का भुला
शाम को घर लौट आया...
अनजान सफ़र में मिला हुआ अजनबी हमसफ़र कुछ मीठी यादे दे जाता है...😊♥️
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