Sunday, August 18, 2019

अनुभव

तजुर्बा

तज़ुर्बे ने खामोश रहना सीख दिया
ज्यादा बोलने से इज्जत नहीं करते लोग...

हर समय समय पर उपलब्ध रहना
लोग आपको नकारा समझते है...

कड़वी बाते दिल दूखाती है पर राय सच्ची देते हैं
मीठी बाते जहर होती लोग हसकर पी लेते है...

रिश्तों में मीठास नजदीकी और एकता से आती है
साथ रहना या दूर चले जाना मायने नहीं रखती..

किसी की नफ़रत को गुस्से से नहीं प्यार से सहलाये
नफ़रत उसकी है लेकिन रिश्ता तुम्हारा है...


1 comment:

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