Sunday, October 6, 2019

मुसाफिर

मंजिल राहों से दूर है सपनों से नहीं
जुनून साथ है, हौसला कम नहीं,
मंजिल गलत हो सकती है,
राहें सबक सिखाएगी...

विश्वास है खुद पे
तो शुरुवात कभी भी होगी
ख्वाब बिछाए रखे हो सपनों पे
तो राहें भी मंजिल तक पहुंचाएगी...

मंजिल मिलेगी इस बात की फिकर नहीं
राह छोड़कर भागना मेरी आदत नहीं..,
गिरुगा, पडूंगा, चलूंगा, दौडूंगा,
जब तक है सांस , सांस में है ज़िद
कभी ना राह में रुकुगा....
आज मुझ पर हसनेवाला आसमां
कल उसे पैरो तले झुकाऊंगा...


Don't loss your Patience, Find your Talent in your Activity and Published it...


No comments:

Post a Comment

Happy Rakshabandhan Tai

 जगाचं ठाऊक नाही पण  मला मोठा आधार आहे. पाठिंबा नको कुणा दुसऱ्याच... पाठीशी मोठ्या बहिणींचा हाथ आहे.. ताई म्हणुनी कुटुंबात जन्माला अस्सल ते ...