Saturday, September 5, 2020

Happy Teacher's Day

 अच्छा विद्यार्थी देश का नाम रोशन करेगा 

सफलता के पीछे गुरु का नाम अव्वल आएगा...


विद्या ग्रहण सब करते है

विद्या पाचन योग्य गुरु बनाता है...


विद्यार्थी केवल एक प्रसारण केंद्र है...

जीवन के असली आधार गुरु ही है...


गुरु बिना विद्यार्थी का मोल नहीं...

करे घमंड जो अपने विद्या का...

उसका कोई गुरु नहीं....

 

Happy Teacher's Day





Monday, August 31, 2020

पहचान

 मेरे कदम जिस राह पे भी हो

मंजिल आप ही रहोगी

धड़कने धीमी हो सकती है

सांसों की आहट तुम तक पहुंचती रहेगी...


नशा इंतजार का के रहे

तो मोहब्बत में  हो आप जनाब...

इश्क़ सच्चा किए होते तो

हर वक़्त नशे में मिलते ...


नशे में दर्द कम होता

दर्द में तकलीफ होती है...

तकलीफ में आपको याद करे...,

ये मेरे इश्क़ की पहचान नहीं है



My love is not waiting for someone




Friday, August 28, 2020

Feeling

 तू मेरी मोहब्बत है


तेरे ना होने से

जिंदगी रुख सी हो गई...

तुझे देखा नहीं मगर

तुझसे मोहब्बत बेइंतेहा हो गई हैं....


तेरे काले घुंघराले बालों में

मै अपना हर एक पल गुजारू...

तू हक दे मुझे तो...

जिंदगी का हर लम्हा तुझ संग बिताऊ...


लफ्ज़ तुम्हारे कानों में गूंज रहे हैं

जो शरारती नैनो मुझसे कहा..

इकरार - ए - मोहब्बत कर दो ना...

रूह तुम्हारी मेरे रूह से एक कर दो ना...




Waiting for someone Special ☺️ 






Thursday, August 27, 2020

Glazier

 


Shishagar


मैंने कहा शीशागार से

लगता मोहब्बत सच्ची थी आपकी,

बड़ी हिफाजत से शीशा जोड़ते हो....


मोहब्बत अधूरी रह गई

या सितमगर जुल्म कर है...

क्या उन्होंने अपना समय गुजारा

या आपको बाजार में तन्हा छोड़ गई...


आप शीशगार हो लेकिन 

हो सच्चे आशिक़...,

उम्र गुजर रही है आपकी ..,और

दिल के टुकड़े ढूंढ रहे हो शीशे में....



जो शिशागर कांच को इतनी हिफाजत से 

बनता है...

उसने मोहब्बत कितनी मासूमियत से

निभाई होगी..😌



हो सकता है ढूंढ रहा हो 
टुकड़े दिल के...
किसी शीशे के टुकड़ों में..

Wednesday, August 5, 2020

Shree Ram Mandir भूमिपूजन

                 सम्पूर्ण भारतवर्ष में श्री राम मंदिर के भूमिपूजन के शुभ अवसर पे जश्न मनाया जा रहा है...

भगवा में लहराऊ
या में में शोक मनाऊ...
राम को मैंने हमने देखा नहीं...,
डॉक्टरों को पहचाना नहीं...
इफाजत जो है जनता की करते...
मंदिरों में मुश्किलों में ताले क्यों लग जाते...

हिन्दू हूं मै...
हिंदुत्व है मेरी पहचान...
मंदिर की क्या है जरूरत
अस्पतालों का है बुरा हाल....

जहा लोगो का है बुरा हाल...
अयोध्या में आप जश्न माना रहे हो...
इकनॉमिक के नाम से
गरीबों को लूट खा रहे हो..

 

             🚩जय श्री राम 🚩


 

                 🚩 भगवा रंग🚩

 

Saturday, August 1, 2020

Eid Mubarak

आज उसका ख्याल 
इस तरह दिल में आया...,
दावत में बिरयानी....,
होठो पे उसका नाम आया...

ईद मुबारक हो तुम्हे...
जिन्हे में गले लगा ना सकूं...,
क्या आप भी अब मांस खाते हो..
जो जानवर के कुर्बानी में अपनी खुशी बताते हो...

Love Behind society


Eid Mubarak to All ❣️ 

Sunday, July 19, 2020

कुछ बातें

लबों पे तेरा ज़िक्र
दिल में तेरा नाम है....,
बारिश अब तुझ जैसे लगती है...,
ए - भोले बारिश तेरी मेहरबानी...

ना तो चांद का दीदार है
ना ही तुझ संग वास्ता...
फिर भी ख़यालो में है तू...
भूल चुका हूं मै...
क्या था तेरा मेरा रिश्ता....

सिगरेट और हुस्न का नशा
एक जैसा है...,
सिगरेट जिस्म में उतरकर जलाता है
हुस्न दिल में उतरकर..


Late night with Beauty's Dream ♥️


Wednesday, July 1, 2020

Happy Rain

Happy mansoon
शुक्रिया बारिश का करू
या सजदा तेरे प्यार का..,
याद आती है जब भी तेरी ,
दिल को मिल जाती है खुशी....।

बारिश ना पसंद है मुझे
पर तेरी हर खुशी को चाहा है...
तुझे बारिश पसंद है ...,
मुझे बारिश की बूंदे तेरे लबों पे....।

तू रहे या ना रहे
बारिश में भीग जाता हू...,
तू नहीं है अब साथ,
तेरे यादों के साथ रंग जाता हू...

लबों पे तेरा ज़िक्र
दिल में तेरा नाम है....,
बारिश अब तुझ जैसे लगती है...,
ए - बारिश तेरी मेहरबानी...


Monday, June 22, 2020

आशियाना

यादों पे जमी धूल ही तो मीठा रहा हूं
वरना मोहब्बत थी तुझसे
कब का भूल गया होता..

ये तेरी यादे ही तो है..
जिस महखाने में हम जिंदा...
वरना, आशियाना कब का बिखर चुका होता..

यादों के महखाने में
इश्क़ का आशियाना अब भी रहता है..
बस तुम जुदा हुए हो...


My life Story



Friday, May 22, 2020

मजदूर हूं साहेब..

पैदल चल रहा हूं साहेब
राह की फ़िक्र नहीं है मुझे...
सलामत रहू यही दुआ करता हूं रब से
घर पहुंचने की बस एक उम्मीद है...

 ज्यादा उचे खाब देख लिए थे हमने..
देश की उन्नति में,
जमीन छीन लिए पैरो तले...
पैरो के रोंगटे भी छिल गए...

जा रहा हूं छोड़कर शहर उन्नति का...
लौटकर ना कभी आउगा शहर तुम्हारे..


Thursday, May 14, 2020

Cirona time

प्लास्टिक पिशवी नको..
कागदी पिशव्या वापरू..,
पृथ्वीचा समतोल सुधारित आहे..
या परिस्थितीत एक तरी झाड लावून
पृथ्वीचा समतोल एकदा पुन्हा सुधारू...

कोरोणा श्राप की वरदान 
ते नंतर ठरवा...
सद्ध्या सायंकाळी पक्ष्यांचा थवा
घरी परतताना , निसर्गाचा आनंद घ्या...

सुंदर झाले आकाश,
निसर्ग झालंय दृष्यमय,
घ्या उंच भरारी या आकाशाची..,
थोडा वेळ विसरून जा,
चिंता चालू जीवनाची...


Corona is curse or blessing

Happy Rakshabandhan Tai

 जगाचं ठाऊक नाही पण  मला मोठा आधार आहे. पाठिंबा नको कुणा दुसऱ्याच... पाठीशी मोठ्या बहिणींचा हाथ आहे.. ताई म्हणुनी कुटुंबात जन्माला अस्सल ते ...