तकलीफ़
चलो अच्छा है इस इंतजार में
तकलीफ़ तो कम होगी
याद तो आओगे
बेचैनी कम होगी...
तेरा शहर अलग है लेकिन
मेरी मंजिल तू है
तेरी राते उसके बाहों में गुजरती है
पर तेरी यादें मेरे तकिए के नीचे सोती है..
एहसास नहीं है तुझको
कितना रोता हूं याद में तेरी
रात छोटी लगती है
आसुओं की बौछार में
बहती रहती है ये आंखे मेरी
न जाने कब से समाए रखे थे आसू
तकलीफ़ होती है मुझे
हाल ए दिल बयाह करके
मेरे कविताओं का क्या कसूर
जिसमे इश्क़ के दास्तां हमारी और
जुदाई ए गुम मेरी
बायाह करता है....
चलो अच्छा है इस इंतजार में
तकलीफ़ तो कम होगी
याद तो आओगे
बेचैनी कम होगी...
तेरा शहर अलग है लेकिन
मेरी मंजिल तू है
तेरी राते उसके बाहों में गुजरती है
पर तेरी यादें मेरे तकिए के नीचे सोती है..
एहसास नहीं है तुझको
कितना रोता हूं याद में तेरी
रात छोटी लगती है
आसुओं की बौछार में
बहती रहती है ये आंखे मेरी
न जाने कब से समाए रखे थे आसू
तकलीफ़ होती है मुझे
हाल ए दिल बयाह करके
मेरे कविताओं का क्या कसूर
जिसमे इश्क़ के दास्तां हमारी और
जुदाई ए गुम मेरी
बायाह करता है....
Love is Definition of War, Feelings, Emotions,etc